धमतरी।
दिव्यांगजनों के बीच आकर मैं एक नई ऊर्जा महसूस करता हूँ। ये जीवन के सच्चे योद्धा हैं। समाज में इनके योगदान को पहचानने और बढ़ाने की आवश्यकता है उपरोक्त विचार अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर मुख्य अतिथि अजय चन्द्राकर ने व्यक्ति किए l
समाज कल्याण विभाग द्वारा रजत जयंती समारोह वर्ष के तहत धमतरी में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर रामू रोहरा ने की। उन्होंने कहा, "दिव्यांगजन देवता समान हैं। उनके बीच रहना, उनकी बातों को सुनना और उनके साथ समय बिताना आत्मा को छू लेने वाला अनुभव है। उनकी हिम्मत हम सभी के लिए एक प्रेरणा है।
कार्यक्रम में दिव्यांग प्रतिभागियों ने खेल-कूद प्रतियोगिताओं में अपनी सीमाओं को पार कर दिखाया। उनके संघर्ष भरे चेहरे और झलकती उम्मीदें दर्शकों के मन को गहराई से छू गईं। बीते दो दिन 1 एवं 2 दिसंबर को आयोजित प्रतियोगिताओं में उनके उत्साह और जज्बे को देखकर सभी ने तालियां बजाई। विजेताओं को सम्मानित करते हुए भावुक क्षण भी सामने आए, जहां सपनों को पूरा होते देखकर आँखे भी छलक उठीं।सांस्कृतिक सत्र में श्रवण बाधितार्थ बालिका विद्यालय, शांति मैत्री ग्रामीण विकास संस्थान, सार्थक स्कूल, श्री बालाजी सेवा संस्थान एवं एक्जेक्ट फाउंडेशन के बच्चों ने गीत, नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से जीवन की सुंदरता और आशा का संदेश दिया। उनका प्रदर्शन दिलों को छू गया और मन भावुक हो उठा।नशामुक्त भारत अभियान के तहत सभी उपस्थितों ने नशा न करने की शपथ ली, एक साथ एक नई शुरुआत करने का संकल्प लिया।
दिव्यांग हितग्राहियों को जीवन को सरल बनाने वाले ट्राईसायकल, व्हीलचेयर और श्रवण यंत्र भी प्रदान किए गए, जो नई उम्मीदों के साथ उनके जीवन को स्वावलंबी बनाएंगे।अतिथियों का स्वागत डॉ. कल्पना ध्रुव (डिप्टी कलेक्टर), डॉ. मनीषा पाण्डेय (उपसंचालक समाज कल्याण विभाग), श्रीमती उमा देवांगन (अधीक्षक), मनोज साहू (शांति मैत्री संस्था, कुरूद) एवं श्रीमती टी. नेताम (समाज कल्याण विभाग) ने किया।
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मोनिका देवांगन सभापति, महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग, धनेश्वरी साहू जिला पंचायत सदस्य, अंगिरा ध्रुव जनपद पंचायत अध्यक्ष, राजेन्द्र शर्मा पूर्व सभापति नगर निगम धमतरी, राजेश साहू, चेतन हिन्दूजा, लूकेश सोनी एवं हेमंत बंजारे पार्षद, महंत घांसीदास वार्ड विशेष रूप से उपस्थित रहे कार्यक्रम के समापन पर समाज कल्याण विभाग की उपसंचालक डॉ. मनीषा पाण्डेय ने कहा, "यह आयोजन हमें याद दिलाता है कि हर इंसान में छुपी हुई आशा, हिम्मत और सपने किसी भी परिस्थिति को पार कर सकते हैं। हमें मिलकर एक ऐसा समाज बनाना है जहाँ हर दिव्यांग सहज, सम्मान और प्यार के साथ जीवन यापन करे l




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